National Festivals of India: भारत एक विविधता भरा देश है, जिसमें अनेक संस्कृतियां, जाति-धर्म, भाषाएं और राज्य हैं। इस विविधता को समर्पित करते हुए, भारतीय लोग विभिन्न त्योहारों का आनंद उच्चारण करते हैं। ये त्योहार उनके संस्कृति और परंपराओं का प्रतीक हैं, जो उनके जीवन में खुशियाँ, समृद्धि और एकता का संदेश लाते हैं। आज के लेख हम आपके लिये लाये हैं, National Festival of India, National Festival Name जिसे आपको जरुर पढ़ना चाहिये।
भारत में राष्ट्रीय त्योहार ने एक विशेष स्थान रखा है और इन त्योहारों को उत्साह, जोश और समरसता के साथ मनाया जाता है। ये त्योहार भारतीय संस्कृति और परंपरा का प्रतीक हैं और विभिन्न धर्मों, भाषाओं, और राज्यों में अलग-अलग तरीके से मनाए जाते हैं। भारत एक विविधता से भरा हुआ देश है, जिसमें अनेक संस्कृति, भाषा, और धर्मों का सम्मिलन होता है। यहां हर राज्य और क्षेत्र के लोग अपने खास त्योहारों का आनंद लेते हैं। भारतीय त्योहारों का महत्व विश्वसनीय है, क्योंकि ये लोगों को सामाजिक, सांस्कृतिक, और आध्यात्मिक रूप से जोड़ते हैं।
भारतीय त्योहारों के नाम (National Festivals Name of India)
भारतीय त्योहार एकता, संयम, और संस्कृति का प्रतीक होते हैं। इन त्योहारों को मनाकर भारतीय जनता अपने राष्ट्रीय और सांस्कृतिक धरोहर को बढ़ावा देती है और एक-दूसरे के साथ समरसता का संदेश देती है। इन त्योहारों के आयोजन से समाज में भाईचारे की भावना संवर्धित होती है और लोग खुशियों का आनंद उठाते हैं।
होली (Holi)
होली एक रंगबिरंगे और उत्साहभरे त्योहार है जो फाल्गुन मास के बादली पूर्णिमा के दिन मनाया जाता है। इसे खुशियों, उमंगों, और खेल-खिलौने के साथ मनाया जाता है। होली के दिन लोग रंगों से भरे पानी बालकनियों में नहलाते हैं, गाने गाते हैं और गुलाल फेंकते हैं। यह फाल्गुनी लोगों के बीच भाईचारे का प्रतीक है और खुशियों का संचार करता है।
रक्षाबंधन (Raksha Bandhan)
रक्षाबंधन भाई-बहन के प्रेम का त्योहार है जो श्रावण मास की पूर्णिमा को मनाया जाता है। इस दिन बहनें अपने भाईयों को राखी बांधती हैं, और भाई बहन को उपहार देते हैं। यह परंपरा भाई-बहन के अनुबंध को मजबूती से जोड़ती है और प्रेम का रिश्ता साझा करती है।
दिवाली (Diwali)
दिवाली भारत में सबसे बड़ा और धूमधाम से मनाया जाने वाला त्योहार है। यह हिंदू कैलेंडर के अनुसार आश्विन मास के अंत में मनाया जाता है। इसे अधिकतर लोग खुशियों के त्योहार के रूप में जानते हैं। दिवाली को ‘लक्ष्मी पूजा’ के रूप में भी जाना जाता है, जिसमें माँ लक्ष्मी की पूजा की जाती है और घरों को रोशनी से सजाया जाता है।
गणेश चतुर्थी (Ganesh Chaturthi)
गणेश चतुर्थी गणपति भगवान के जन्मोत्सव के रूप में मनाया जाता है और भारत भर में बड़े धूमधाम से मनाया जाता है। गणेश चतुर्थी गणेश भगवान के जन्मदिन के रूप में मनाया जाता है और यह महाराष्ट्रा राज्य में सबसे बड़े धार्मिक त्योहारों में से एक है। इसे भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष के चतुर्थी तिथि को मनाया जाता है। इस त्योहार में लोग गणपति भगवान की मूर्ति स्थापित करते हैं, पूजा करते हैं और उन्हें विदाई करते हैं।
जन्माष्टमी (Janmashtami)
जन्माष्टमी श्रीकृष्ण भगवान के जन्मदिन के रूप में मनाया जाता है और यह हिन्दू धर्म के एक महत्वपूर्ण त्योहारों में से एक है।
गुरु पूर्णिमा (Guru Purnima)
गुरु पूर्णिमा गुरुओं के प्रति आभार और भक्ति का एक पर्व है। यह भारत में विभिन्न धर्मों के अनुयायियों द्वारा मनाया जाता है।
ईद (Eid)
इस्लामी धर्म के अनुयायियों के लिए इद एक बहुत महत्वपूर्ण धार्मिक त्योहार है। इसे दो बार मनाया जाता है – इद-उल-फित्र और इद-उल-अज़हा। इद-उल-फित्र रमजान के महीने के बाद आता है जब रोज़ादार महसूस करते हैं और ईद-उल-अज़हा ईद-उल-फित्र के चार महीने बाद मनाया जाता है। इद के दिन लोग नमाज़ पढ़ते हैं, दूसरे लोगों को उपहार देते हैं और आपसी भाईचारे का अहसास करते हैं।
स्वतंत्रता दिवस (Independence Day)
स्वतंत्रता दिवस, भारत का एक महत्वपूर्ण राष्ट्रीय त्योहार है, जो हर साल 15 अगस्त को मनाया जाता है। यह दिन भारत को ब्रिटिश शासन से स्वतंत्रता प्राप्त होने की खुशी में मनाया जाता है।
15 अगस्त 1947 को, भारतीय संसद ने स्वतंत्रता घोषित कर दिया था और इस दिन से भारत एक स्वतंत्र राष्ट्र बन गया था। इस अवसर पर राष्ट्रीय ध्वज सम्मानित किया जाता है, राष्ट्रगान गाया जाता है, सरकारी संबोधन होता है और राष्ट्रीय पर्व के रूप में विभिन्न आयोजन किए जाते हैं।
स्वतंत्रता दिवस पर लोग अलग-अलग रूपों में जश्न मनाते हैं, स्कूलों, कॉलेजों, दफ्तरों और सरकारी इंस्टीट्यूट्स में भी इस अवसर पर समारोह आयोजित किए जाते हैं। लोग तिरंगा झंडे को लहराते हैं और राष्ट्रीय भावना के साथ इस दिन का आनंद लेते हैं।
इस दिन को वीरों, स्वतंत्रता सेनानियों और राष्ट्रीय नेताओं को भी सम्मानित किया जाता है, जो देश की स्वतंत्रता के लिए संघर्ष करते रहे। स्वतंत्रता दिवस एक ऐसा दिन है जो भारतीय जनता के लिए गर्व का विषय बनता है और इसे भारतीयों के लिए एक राष्ट्रीय उत्सव के रूप में धूमधाम से मनाया जाता है।
गणतंत्र दिवस (Republic Day)
गणतंत्र दिवस, भारत का एक महत्वपूर्ण राष्ट्रीय त्योहार है, जो हर साल 26 जनवरी को मनाया जाता है। यह दिन भारत के संविधान के प्रभाव से गणतंत्र बनने की खुशी में मनाया जाता है।
26 जनवरी 1950 को, भारत का संविधान लागू हुआ था और इस दिन से भारत एक गणतंत्र राष्ट्र बन गया था। गणतंत्र दिवस के अवसर पर राष्ट्रीय ध्वज सम्मानित किया जाता है, राष्ट्रगान गाया जाता है, सरकारी संबोधन होता है और राष्ट्रीय पर्व के रूप में विभिन्न आयोजन किए जाते हैं।
गणतंत्र दिवस पर राजपथ, नई दिल्ली में राष्ट्रीय परेड आयोजित किया जाता है, जिसमें भारतीय सेना, नौसेना, वायुसेना और पुलिस बलों की दिखावट की जाती है। विभिन्न राज्यों और संगठनों की टेबलूस, जलूस, और प्रदर्शनीय गतिविधियों को भी सम्मानित किया जाता है।
इस दिन को राजधानी दिल्ली में राष्ट्रीय पर्वतंत्र में बदल दिया जाता है, जो भारतीय जनता के लिए गर्व का विषय बनता है और इसे भारतीयों के लिए एक राष्ट्रीय उत्सव के रूप में धूमधाम से मनाया जाता है। गणतंत्र दिवस एक ऐसा दिन है जो भारत की गणतंत्रता और विश्वास को समर्पित है और इसे सभी भारतीयों ने अपनी एकता और संविधान में दिखाई गई भावना के साथ मनाने का अवसर प्रदान करता है।
गाँधी जयंती (Gandhi Jayanti)
गांधी जयंती, भारत का एक महत्वपूर्ण राष्ट्रीय त्योहार है, जो हर साल 02 अक्टूबर को मनाया जाता है। यह दिन भारतीय स्वतंत्रता सेनानी और महात्मा गांधी के जन्मदिन के रूप में मनाया जाता है। महात्मा गांधी भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के मुख्य नेता थे और अपने अहिंसा और सत्याग्रह आन्दोलन के लिए प्रसिद्ध थे।
गांधी जयंती को देशभर में बड़े धूमधाम से मनाया जाता है। इस अवसर पर स्कूल, कॉलेज, सरकारी और गैर-सरकारी संस्थानों में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। लोग गांधी जी के विचारों और उपदेशों को याद करते हैं और उनके जीवन और संघर्ष को सम्मानित करते हैं।
इस दिन को राष्ट्रीय स्तर पर भी समर्पित किया जाता है। राष्ट्रीय स्तर पर, राष्ट्रपति राजभवन में समारोह का आयोजन किया जाता है और भारतीय सेना की गर्वान्वित परेड भी देखी जाती है। इस दिन को विशेष रूप से स्कूलों और संस्थानों में बालक और बालिकाओं के लिए भारतीय गांधी के संदेश पर आधारित कार्यक्रम भी आयोजित किए जाते हैं।
गांधी जयंती एक ऐसा अवसर है जिसमें भारतीय समुदाय गांधी जी के सत्य, अहिंसा, सदभावना, एकता, और समरसता के संदेश को याद करते हैं और इन्हें अपने जीवन में अमल करने की प्रतिज्ञा करते हैं। यह त्योहार एक आदर्शिक दिन है जिसे समाज में अहिंसा और शांति के संदेश के लिए समर्पित किया जाता है।
भारतीय त्योहारों की सूची 2025 (List of Hindu Calendar 2025 Festival and Vrat in Hindi)
जनवरी 2025
- 3 जनवरी 2025 – पौष विनायक चतुर्थी
- 6 जनवरी 2025 – गुरु गोबिंद सिंह जयंती
- 10 जनवरी 2025 – पौष पुत्रदा एकादशी
- 11 जनवरी 2025 – शनि प्रदोष व्रत
- 13 जनवरी 2025 – पौष पूर्णिमा व्रत, महाकुंभ शुरू, लोहड़ी
- 14 जनवरी 2025 – मकर संक्रांति, पोंगल, उत्तरायण
- 17 जनवरी 2025 – सकट चौथ
- 25 जनवरी 2025 – षटतिला एकादशी
- 27 जनवरी 2025 – मासिक शिवरात्रि, प्रदोष व्रत
- 29 जनवरी 2025 – माघी अमावस्या, मौनी अमावस्या
फरवरी 2025
- 1 फरवरी 2025 – विनायक चतुर्थी
- 2 फरवरी 2025 – बसंत पंचमी
- 4 फरवरी 2025 – नर्मदा जयंती
- 8 फरवरी 2025 – जया एकादशी
- 9 फरवरी 2025 – प्रदोष व्रत
- 12 फरवरी 2025 – माघ पूर्णिमा व्रत, कुंभ संक्रांति, गुरु रविदास जयंती
- 13 फरवरी 2025 – फाल्गुन माह शुरू
- 16 फरवरी 2025 – द्विजप्रिय संकष्टी चतुर्थी
- 20 फरवरी 2025 – शबरी जयंती
- 21 फरवरी 2025 – जानकी जयंती
- 24 फरवरी 2025 – विजया एकादशी
- 25 फरवरी 2025 – प्रदोष व्रत
- 26 फरवरी 2025 – महाशिवरात्रि
- 27 फरवरी 2025 – फाल्गुन अमावस्या
मार्च 2025
- 1 मार्च 2025 – फुलैरा दूज, रामकृष्ण जयंती
- 3 मार्च 2025 – विनायक चतुर्थी
- 10 मार्च 2025 – आमलकी एकादशी
- 11 मार्च 2025 – प्रदोष व्रत
- 13 मार्च 2025 – होलिका दहन, फाल्गुन पूर्णिमा व्रत
- 14 मार्च 2025 – होली, मीन संक्रांति, चंद्र ग्रहण
- 15 मार्च 2025 – चैत्र माह शुरू
- 16 मार्च 2025 – होली भाई दूज
- 17 मार्च 2025 – भालचंद्र संकष्टी चतुर्थी
- 19 मार्च 2025 – रंग पंचमी
- 21 मार्च 2025 – शीतला सप्तमी
- 22 मार्च 2025 – शीतला अष्टमी, बसोडा
- 25 मार्च 2025 – पापमोचिनी एकादशी
- 27 मार्च 2025 – मासिक शिवरात्रि, प्रदोष व्रत
- 29 मार्च 2025 – चैत्र अमावस्या, सूर्य ग्रहण
- 30 मार्च 2025 – हिंदू नववर्ष शुरू, चैत्र नवरात्रि, गुड़ी पड़वा
- 31 मार्च 2025 – गणगौर पूजा
अप्रैल 2025
- 1 अप्रैल 2025 – विनायक चतुर्थी
- 6 अप्रैल 2025 – राम नवमी, रवि पुष्य योग
- 8 अप्रैल 2025 – कामदा एकादशी
- 10 अप्रैल 2025 – प्रदोष व्रत
- 12 अप्रैल 2025 – हनुमान जयंती, चैत्र पूर्णिमा व्रत
- 13 अप्रैल 2025 – वैशाख शुरू
- 14 अप्रैल 2025 – मेष संक्रांति
- 16 अप्रैल 2025 – विकट संकष्टी चतुर्थी
- 24 अप्रैल 2025 – वरुथिनी एकादशी
- 25 अप्रैल 2025 – प्रदोष व्रत
- 26 अप्रैल 2025 – मासिक शिवरात्रि
- 27 अप्रैल 2025 – वैशाख अमावस्या
- 29 अप्रैल 2025 – परशुराम जयंती
- 30 अप्रैल 2025 – अक्षय तृतीया
मई 2025
- 1 मई 2025 – विनायक चतुर्थी
- 2 मई 2025 – शंकराचार्य जयंती, सूरदास जयंती, रामानुज जयंती
- 3 मई 2025 – गंगा सप्तमी
- 5 मई 2025 – सीता नवमी
- 8 मई 2025 – मोहिनी एकादशी
- 9 मई 2025 – प्रदोष व्रत
- 11 मई 2025 – नरसिंह जयंती
- 12 मई 2025 – बुद्ध पूर्णिमा, वैशाख पूर्णिमा व्रत
- 13 मई 2025 – नारद जयंती, ज्येष्ठा माह सुरू
- 15 मई 2025 – वृषभ संक्रांति
- 16 मई 2025 – एकदंत संकष्टी चतुर्थी
- 23 मई 2025 – अपरा एकादशी
- 24 मई 2025 – शनि प्रदोष व्रत
- 25 मई 2025 – मासिक शिवरात्रि
- 26 मई 2025 – वट सावित्री व्रत
- 27 मई 2025 – शनि जयंती, ज्येष्ठ अमावस्या
- 30 मई 2025 – विनायक चतुर्थी
जून 2025
- 4 जून 2025 – महेश नवमी
- 5 जून 2025 – गंगा दशहरा
- 6 जून 2025 – निर्जला एकादशी
- 8 जून 2025 – प्रदोष व्रत
- 10 जून 2025 – व्रत सावित्री पूर्णिमा व्रत
- 11 जून 2025 – कबीरदास जयंती, ज्येष्ठ पूर्णिमा
- 12 जून 2025 – आषाढ़ माह शुरू
- 14 जून 2025 – कृष्ण पिंगल संकष्टी चतुर्थी
- 15 जून 2025 – मिथुन संक्रांति
- 21 जून 2025 – योगिनी एकादशी
- 23 जून 2025 – प्रदोष व्रत, मासिक शिवरात्रि
- 25 जून 2025 – आषाढ़ अमावस्या
- 26 जून 2025 – आषाढ़ नवरात्रि
- 27 जून 2025 – जगन्नाथ रथ यात्रा
- 28 जून 2025 – विनायक चतुर्थी
जुलाई 2025
- 6 जुलाई 2025 – देवशयनी एकादशी
- 8 जुलाई 2025 – प्रदोष व्रत
- 10 जुलाई 2025 – कोकिला व्रत, गुरु पूर्णिमा व्रत, आषाढ़ पूर्णिमा
- 11 जुलाई 2025 – सावन शुरू
- 14 जुलाई 2025 – पहला सावन सोमवार, गजानन संकष्टी चतुर्थी
- 15 जुलाई 2025 – पहला मंगला गौरी व्रत
- 16 जुलाई 2025 – कर्क संक्रांति
- 21 जुलाई 2025 – दूसरा सावन सोमवार, कामिक एकादशी
- 22 जुलाई 2025 – प्रदोष व्रत
- 23 जुलाई 2025 – सावन शिवरात्रि
- 24 जुलाई 2025 – हरियाली अमावस्या, सावन अमावस्या, गुरु पुष्य योग
- 27 जुलाई 2025 – हरियाली तीज
- 28 जुलाई 2025 – सावन तीसरा सोमवार, विनायक चतुर्थी
- 29 जुलाई 2025 – नाग पंचमी
- 30 जुलाई 2025 – कल्कि जयंती
- 31 जुलाई 2025 – तुलसीदास जयंती
अगस्त 2025
- 4 अगस्त 2025 – चौथा सावन सोमवार व्रत
- 5 अगस्त 2025 – सावन पुत्रदा एकादशी
- 6 अगस्त 2025 – प्रदोष व्रत
- 8 अगस्त 2025 – हयग्रीव जयंती, वरलक्ष्मी व्रत
- 9 अगस्त 2025 – रक्षाबंधन, सावन पूर्णिमा व्रत
- 10 अगस्त 2025 – भाद्रपद शुरू
- 12 अगस्त 2025 – कजरी तीज, बहुला चौथ, संकष्टी चतुर्थी
- 15 अगस्त 2025 – जन्माष्टमी
- 16 अगस्त 2025 – दही हांडी
- 17 अगस्त 2025 – सिंह संक्रांति
- 19 अगस्त 2025 – अजा एकादशी
- 20 अगस्त 2025 – प्रदोष व्रत
- 21 अगस्त 2025 – पर्यूषण पर्व शुरू, गुरु पुष्य योग
- 23 अगस्त 2025 – भाद्रपद अमावस्या, पोला
- 25 अगस्त 2025 – वराह जयंती
- 26 अगस्त 2025 – हरतालिका तीज
- 27 अगस्त 2025 – गणेश चतुर्थी
- 28 अगस्त 2025 – ऋषि पंचमी
- 31 अगस्त 2025 – राधा अष्टमी, महालक्ष्मी व्रत शुरू
सितंबर 2025
- 3 सितंबर 2025 – परिवर्तिनी एकादशी
- 4 सितंबर 2025 – वामन जयंती
- 5 सितंबर 2025 – ओणम, प्रदोष व्रत
- 6 सितंबर 2025 – गणेश विसर्जन, अनंत चतुर्दशी
- 7 सितंबर 2025 – भाद्रपद पूर्णिमा व्रत, चंद्र ग्रहण
- 8 सितंबर 2025 – पितृ पक्ष शुरू
- 10 सितंबर 2025 – विघ्नराज संकष्टी चतुर्थी
- 14 सितंबर 2025 – जीवित्पुत्रिका व्रत
- 17 सितंबर 2025 – एकादशी श्राद्ध, इंदिरा एकादशी, कन्या संक्रांति
- 18 सितंबर 2025 – गुरु पुष्य योग
- 19 सितंबर 2025 – मासिक शिवरात्रि, प्रदोष व्रत
- 21 सितंबर 2025 – सर्व पितृ अमावस्या
- 22 सितंबर 2025 – शारदीय नवरात्रि शुरू, घटस्थापना
- 25 सितंबर 2025 – विनायक चतुर्थी
अक्टूबर 2025
- 2 अक्टूबर 2025 – दशहरा, विजयादशमी
- 3 अक्टूबर 2025 – पापांकुशा एकादशी
- 4 अक्टूबर 2025 – शनि प्रदोष व्रत
- 6 अक्टूबर 2025 – कोजागर पूजा, शरद पूर्णिमा
- 7 अक्टूबर 2025 – वाल्मीकि जयंती, मीराबाई जयंती
- 8 अक्टूबर 2025 – कार्तिक माह शुरू
- 10 अक्टूबर 2025 – करवा चौथ, संकष्टी चतुर्थी
- 13 अक्टूबर 2025 – अहोई अष्टमी
- 17 अक्टूबर 2025 – रमा एकादशी, तुला संक्रांति
- 18 अक्टूबर 2025 – शनि प्रदोष व्रत, धनतेरस, यम दीपम
- 20 अक्टूबर 2025 – नरक चतुर्दशी, लक्ष्मी पूजा, दिवाली
- 21 अक्टूबर 2025 – कार्तिक अमावस्या
- 22 अक्टूबर 2025 – गोवर्धन पूजा
- 23 अक्टूबर 2025 – भाई दूज
- 25 अक्टूबर 2025 – विनायक चतुर्थी
- 27 अक्टूबर 2025 – छठ पूजा
- 31 अक्टूबर 2025 – अक्षय नवमरी
नवंबर 2025
- 1 नवंबर 2025 – देवउठनी एकादशी
- 2 नवंबर 2025 – तुलसी विवाह
- 3 नवंबर 2025 – प्रदोष व्रत
- 4 नवंबर 2025 – बैकुंठ चतुर्दशी, मणिकर्णिका स्नान
- 5 नवंबर 2025 – देव दिवाली, गुरु नानक जयंती, कार्तिक पूर्णिमा
- 6 नवंबर 2025 – मार्गशीर्ष माह शुरू
- 8 नवंबर 2025 – गणाधिप संकष्टी चतुर्थी
- 12 नवंबर 2025 – कालभैरव जयंती
- 15 नवंबर 2025 – उत्पन्ना एकादशी
- 16 नवंबर 2025 – वृश्चिक संक्रांति
- 17 नवंबर 2025 – प्रदोष व्रत
- 18 नवंबर 2025 – मासिक शिवरात्रि
- 20 नवंबर 2025 – मार्गशीर्ष अमावस्या
- 24 नवंबर 2025 – विनायक चतुर्थी
- 25 नवंबर 2025 – विवाह पंचमी
दिसंबर 2025
- 1 दिसंबर 2025 – मोक्षदा एकादशी, गीता जयंती
- 2 दिसंबर 2025 – प्रदोष व्रत
- 4 दिसंबर 2025 – अन्नपूर्णा जयंती, दत्तात्रेय जयंती, मार्गशीर्ष पूर्णिमा
- 5 दिसंबर 2025 – पौष माह शुरू
- 7 दिसंबर 2025 – अखुरथ संकष्टी चतुर्थी
- 15 दिसंबर 2025 – सफला एकादशी
- 16 दिसंबर 2025 – धनु संक्रांति
- 17 दिसंबर 2025 – प्रदोष व्रत
- 19 दिसंबर 2025 – पौष अमावस्या
- 24 दिसंबर 2025 – विनायक चतुर्थी
- 27 दिसंबर 2025 – गुरु गोविंद सिंह जयंती
- 30 दिसंबर 2025 – पौष पुत्रदा एकादशी
- 31 दिसंबर 2025 – बैकुंठ एकादशी
Facts
- भारत में तीन राष्ट्रीय पर्व हैं। गणतंत्र दिवस, स्वतंत्रता दिवस और गांधी जयंती।
- गणतंत्र दिवस 26 जनवरी को मनाया जाता है, जो भारत के गणतंत्र का दिन है।
- स्वतंत्रता दिवस 15 अगस्त को मनाया जाता है, जो भारत की आजादी का दिन है।
- गांधी जयंती 2 अक्टूबर को मनाया जाता है, जो महात्मा गांधी की जयंती है।
- इन पर्वों पर स्कूल, कॉलेज, सरकारी दफ्तर और बाजार बंद रहते हैं।
- लोग इन पर्वों पर देशभक्ति के गीत गाते हैं, झंडा फहराते हैं और परेड देखते हैं।
- इन पर्वों पर लोग एक-दूसरे को मिठाई खिलाते हैं और उपहार देते हैं।
- ये पर्व भारत की एकता और अखंडता को मजबूत करते हैं।
- भारत का पहला राष्ट्रीय त्योहार स्वतंत्रता दिवस था, जो 15 अगस्त 1947 को मनाया गया था।
- 1950 में जब भारत एक गणतंत्र बना तो गणतंत्र दिवस को राष्ट्रीय त्योहार घोषित किया गया।
- महात्मा गांधी के जन्म के उपलक्ष्य में 1963 में गांधी जयंती को राष्ट्रीय त्योहार घोषित किया गया था।
- भारत के राष्ट्रीय त्योहार पूरे देश के लोगों के लिए एक साथ आने और अपनी साझा विरासत का जश्न मनाने का समय है।
- ये त्योहार भारत की आजादी और लोकतंत्र के लिए किए गए बलिदानों की याद दिलाते हैं।
- यह भारत के भविष्य पर विचार करने और एकता और प्रगति के प्रति देश की प्रतिबद्धता की पुष्टि करने का भी समय है।
- पहली गणतंत्र दिवस परेड 1950 में आयोजित की गई थी।
- पहली स्वतंत्रता दिवस परेड 1947 में आयोजित की गई थी।
- गांधी जयंती पहली बार 1948 में मनाई गई थी।
- भारत का राष्ट्रीय ध्वज पिंगली वेंकैया द्वारा डिजाइन किया गया था।
- भारत का राष्ट्रगान “जन गण मन” है।
- लोग इन पर्वों पर राष्ट्रीय ध्वज फहराते हैं, सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित करते हैं और देशभक्ति की भावना से ओत-प्रोत होते हैं।
निष्कर्ष (Conclusion)
हिंदुस्तान के समृद्ध संस्कृति और विरासत से परिपूर्ण, भारतीय राष्ट्रीय त्योहार विविधता और समृद्धि का प्रतीक हैं। ये त्योहार लोगों के जीवन में खुशियाँ, समृद्धि, और एकता का संदेश देते हैं। भारतीय संस्कृति में त्योहारों को विशेष महत्व दिया जाता है और इन्हें भावुक रूप से मनाया जाता है। भारतीय त्योहार धार्मिक, सांस्कृतिक, समाजिक और आर्थिक परिप्रेक्ष्य से महत्वपूर्ण हैं। इन त्योहारों के माध्यम से लोग अपने परंपरागत रूप से जुड़ते हैं, भाईचारे को मजबूत करते हैं, और समृद्धि और समानता के मूल्यों को प्रतिष्ठित करते हैं।
हिंदुस्तान में मनाए जाने वाले राष्ट्रीय त्योहार विभिन्न धर्मों, जातियों, और समुदायों के साथ मिलकर मनाए जाते हैं, जो देश के विविधता को दर्शाते हैं। कुछ प्रमुख राष्ट्रीय त्योहार शामिल हैं – दिवाली, होली, ईद, दुर्गा पूजा, रक्षाबंधन, गणेश चतुर्थी, नवरात्रि, भैया दूज, बैसाखी, ईद-उल-फित्र, गुरुपुर्णिमा आदि।
ये त्योहार न केवल भारतीयों के जीवन का अनिवार्य हिस्सा हैं, बल्कि विदेशों में भी भारतीय दिवसीय समुदायों द्वारा धूमधाम से मनाए जाते हैं। इन राष्ट्रीय त्योहारों के आयोजन से भारत की संस्कृति की बेहतरीन प्रतिनिधि होती है और दुनिया के अन्य हिस्सों में भारतीय भाषा, भोजन, और परंपरा का परिचय होता है।
भारतीय राष्ट्रीय त्योहारों का महत्वपूर्ण संदेश है कि धर्म, संस्कृति, और समृद्धि के मूल्यों का सम्मान करना जीवन की सबसे अधिक मूल्यवान चीज है। इन अवसरों पर लोग एक दूसरे के साथ मिलकर खुशियों का आनंद लेते हैं और एक अनुभवों से भरी यादें बनाते हैं। भारतीय राष्ट्रीय त्योहारों को देश के समृद्धि और विकास के माध्यम से महत्वपूर्ण बनाना चाहिए, ताकि ये त्योहार हमारी एकता और भाईचारे को मजबूत बनाए रख सकें।
FAQ’s
Ques: भारत के त्योहार क्या हैं?
Ans: भारत के राष्ट्रीय त्योहार वे हैं जो पूरे देश में मनाए जाते हैं। वे होली, दिवाली, दशहरा, दुर्गा पूजा, ईद, राम नवमी और गणेश चतुर्दशी जैसे त्योहार हैं।
Ques: भारतीय राष्ट्रीय त्योहारों का क्या महत्व है?
Ans: भारतीय राष्ट्रीय त्योहारों का बहुत महत्व है। वे हमें हमारे देश के इतिहास और संस्कृति की याद दिलाते हैं। वे हमें एकता और सद्भाव के महत्व को भी सिखाते हैं।
Ques: भारत में विभिन्न त्योहार कैसे मनाए जाते हैं?
Ans: भारत में विभिन्न त्योहारों को अलग-अलग तरीकों से मनाया जाता है। कुछ त्योहार धार्मिक हैं और कुछ सांस्कृतिक हैं। कुछ त्योहार पूरे देश में मनाए जाते हैं, जबकि कुछ केवल कुछ क्षेत्रों में ही मनाए जाते हैं।
Ques: भारत में राष्ट्रीय त्योहार कब मनाए जाते हैं?
Ans: भारत में राष्ट्रीय त्योहार अलग-अलग तारीखों में मनाए जाते हैं। वे हिंदू, मुस्लिम, सिख, और ईसाई कैलेंडर के आधार पर मनाए जाते हैं।
Ques: भारतीय राष्ट्रीय त्योहारों के बारे में और कहाँ से जानकारी मिल सकती है?
Ans: भारतीय राष्ट्रीय त्योहारों के बारे में और जानकारी इंटरनेट पर, पुस्तकालयों में, और समाचार पत्रों में मिल सकती है।
Ques: स्वतंत्रता दिवस कब मनाया जाता है?
Ans: स्वतंत्रता दिवस 15 अगस्त को मनाया जाता है।
Ques: गणतंत्र दिवस कब मनाया जाता है?
Ans: गणतंत्र दिवस 26 जनवरी को मनाया जाता है।
Ques: गाँधी जयंती कब मनाई जाती है?
Ans: गाँधी जयंती 02 अक्टूबर को मनाई जाती है।
Ques: भारत के तीन सबसे महत्वपूर्ण राष्ट्रीय पर्व कौन से हैं?
Ans: भारत के तीन सबसे महत्वपूर्ण राष्ट्रीय पर्व स्वतंत्रता दिवस, गणतंत्र दिवस और महात्मा गांधी की जयंती हैं।
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